
भगीरथ के अथक प्रयत्न से माँ गंगा स्वर्ग से धरती पर उतरी शंकर भगवान ने गंगा जी की सहस्र धाराओं को अपनी जटाओं में लपेट लिया भगीरथ के अनुनय पर पापियों, रोगियों के उत्थान के लिए और धरती की प्यास बुझाने के लिए शंकर भगवान् ने गंगा की एक धारा को अवमुक्त कर दिया गंगा मैया के धरती पर इसी अवतरण के उपलक्ष्य में गंगा दशहरा का त्यौहार मनाया जाता है
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